राजस्थान में प्रजामण्डल आंदोलन
प्रजामण्डल का अर्थ “प्रजा का संगठन” है। यह आंदोलन 1920 के दशक में शुरू हुआ, जब ठिकानेदारों और जागीरदारों के अत्याचार बढ़ गए। किसानों ने विभिन्न आंदोलनों का संचालन किया और गांधी जी के नेतृत्व में स्वतंत्रता आंदोलन के कारण प्रजा में जागरूकता आई। इसके फलस्वरूप, उन्होंने संगठित होकर प्रजामण्डल आंदोलन शुरू किया।
प्रमुख प्रजामण्डल संगठन
- जयपुर प्रजामण्डल (1931)
- स्थापना: कर्पूरचन्द पाटनी और जमनालाल बजाज द्वारा।
- पुनर्गठन: 1936 में चिरंजीलाल मिश्र को अध्यक्ष बनाया गया।
- महत्वपूर्ण घटनाएँ:
- 1942 में जेन्टलमेट्स समझौता हुआ।
- भारत छोड़ो आंदोलन का शुभारंभ।
- मेवाड़ प्रजामण्डल (24 अप्रैल 1938)
- स्थापना: माणिक्यलाल वर्मा के नेतृत्व में।
- महत्वपूर्ण घटनाएँ:
- 1941 में पहला अधिवेशन।
- 1942 में गैर कानूनी घोषित।
- मारवाड़ प्रजामण्डल (1934)
- स्थापना: जयनारायण व्यास ने जोधपुर में।
- महत्वपूर्ण घटनाएँ:
- 1937 में गैर कानूनी घोषित।
- 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रियता।
- भरतपुर प्रजामण्डल (1938)
- स्थापना: श्री किशन लाल जोशी के प्रयासों से।
- महत्वपूर्ण घटनाएँ:
- 1942 में आंदोलन के दौरान नेता गिरफ्तार।
- बूंदी प्रजामण्डल (1931)
- स्थापना: श्री कांतिलाल द्वारा।
- महत्वपूर्ण घटनाएँ:
- लोक परिषद की स्थापना 1944 में।
- कोटा प्रजामण्डल (1934)
- स्थापना: नयनूराम शर्मा एवं प्रभुलाल विजय द्वारा।
- धौलपुर प्रजामण्डल (1936)
- स्थापना: कृष्णदत्त पालीवाल द्वारा।
- बीकानेर प्रजामण्डल (4 अक्टूबर 1936)
- महत्वपूर्ण घटनाएँ:
- 22 जुलाई 1942 को राज्य परिषद का गठन।
- शाहपुरा प्रजामण्डल (18 अप्रैल 1938)
- महत्वपूर्ण घटनाएँ: उत्तरदायी शासन की स्थापना।
- अलवर प्रजामण्डल (1938)
- महत्वपूर्ण घटनाएँ: 1939 में रजिस्ट्रेशन के बाद अध्यक्ष बने सरदार नत्थामल।
- महत्वपूर्ण घटनाएँ: 1939 में रजिस्ट्रेशन के बाद अध्यक्ष बने सरदार नत्थामल।
- सिरोही प्रजामण्डल (23 जनवरी 1939)
- स्थापना: श्री गोकुलभाई भट्ट के नेतृत्व में।
- स्थापना: श्री गोकुलभाई भट्ट के नेतृत्व में।
- किशनगढ़ प्रजामण्डल (1939)
- स्थापना: श्री कांतिलाल चौथानी एवं श्री जमालशाह द्वारा।
- स्थापना: श्री कांतिलाल चौथानी एवं श्री जमालशाह द्वारा।
- कुशलगढ़ प्रजामण्डल (अप्रेल 1942)
- स्थापना: श्री भंवरलाल निगम एवं कन्हैयालाल सेठिया द्वारा।
- स्थापना: श्री भंवरलाल निगम एवं कन्हैयालाल सेठिया द्वारा।
- डूंगरपुर प्रजामण्डल (1 अगस्त 1944)
- स्थापना: भोगीलाल पाड्या एवं शिवलाल कोटरिया द्वारा।
- स्थापना: भोगीलाल पाड्या एवं शिवलाल कोटरिया द्वारा।
- प्रतापगढ़ प्रजामण्डल (1945)
- स्थापना: श्री चुन्नीलाल एवं अमृतलाल के प्रयासों से।
- स्थापना: श्री चुन्नीलाल एवं अमृतलाल के प्रयासों से।
- जैसलमेर प्रजामण्डल (15 दिसम्बर 1945)
- स्थापना: मीठालाल व्यास ने जोधपुर में।
- स्थापना: मीठालाल व्यास ने जोधपुर में।
- झालावाड़ प्रजामण्डल (25 नवम्बर 1946)
- स्थापना: श्री मांगीलाल भव्य के नेतृत्व में।